राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने

राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने
अरे प्रेम पट खोलो चलो जी बरसाने

ऊँची ऊँची सीढ़ियां महल अति सुन्दर
घणो मन भावे किशोरी जी को मंदिर
प्रेम रस घोलो चलो जी बरसाने
राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने

कुंड में नहाई के लगाओ परिकम्मा
राधा जी के महलों के ऊँचे ऊँचे खम्बा
इत उत डोलो चलो जी बरसाने
राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने

संकरी गली में मिलेंगी राधा प्यारी
लेकर के मटकी मिलेंगी गोपी सारी
तुलसी दल पे बोलो चलो जी बरसाने
राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने

राधा कृपा से मिलेंगे बिहारी
भक्तों तुम्हारी बनेगी बिगड़ी सारी
किशोरी नाम बोलो चलो जी बरसाने
राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने

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