मुझे ऐसी लगन तू लगा दे मैं तेरे बिना पल ना रहूं

मुझे ऐसी लगन तू लगा दे मैं तेरे बिना पल ना रहूं
मन में प्रेम वाला दीप जला दे मैं तेरे बिना पल ना रहूं ।।

जैसे जल बिन मछली पल ना जिए
वैसे तड़पुं मैं घडी घडी तेरे लिए
नशा प्रेम वाला ऐसा चढ़ा दे मैं तेरे बिना पल ना रहूं
मुझे ऐसी लगन तू लगा दे मैं तेरे बिना पल ना रहूं ।।

तेरे चरणों की धूलि मैं मैं मिल जाऊं
अब आस यही कहीं दूर ना जाऊं
ऐसी भक्ति का रंग चढ़ा दे मैं तेरे बिना पल ना रहूं
मुझे ऐसी लगन तू लगा दे मैं तेरे बिना पल ना रहूं ।।

तूने दिल को चुराया मैंने कुछ ना कहा
तूने बड़ा तड़पाया मैंने कुछ ना कहा
अब ऐसी झलक तू दिखा दे मैं तेरे बिना पल ना रहूं
मुझे ऐसी लगन तू लगा दे मैं तेरे बिना पल ना रहूं।।

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