
बम बम बम भोले बम बम बम,
बम बम बम भोले बम बम बम,
पीके शंकर जी की बूटी
पीके शंकर जी की बूटी
अखियां खुल गयी निंदिया टूटी,
प्यारा सा लागे ये संसार जरा सी,
जरा सी और पीला दो भोलेनाथ।।
ये बूटी द्रोपदी ने पी ली,
उसका चीर बढ़ाए भगवान जरा सी ,
जरा सी और पीला दो भोलेनाथ ।।
ये बूटी प्रहलाद ने पी ली,
उसको खम्बे में मिले भगवान जरा सी ,
जरा सी और पीला दो भोलेनाथ।।
ये बूटी जब मीरा ने पी ली,
उसको प्याले में मिले भगवान जरा सी ,
जरा सी और पीला दो भोलेनाथ ।।
ये बूटी सब भक्तो ने पी ली,
सबका हो गया बेडा पार जरा सी ,
जरा सी और पीला दो भोलेनाथ ।।