
मैं तो तेरी हो गई श्याम,
हुई गली गली बदनाम,
मैं तो तेरी हो गई श्याम।।
बंसी का जादू ऐसा चलाया
अंतरमन में तुझको बसाया,
विसर गई सुध बुध तन मन
की भूल गई सब काम,
मैं तो तेरी हो गई श्याम।।
सखियाँ बोली श्याम है काला
तू गोकुल की सुंदर बाला,
मैंने उसकी एक ना मानी
जपने लगी तेरा नाम,
मैं तो तेरी हो गई श्याम।।
पनिया भरन को जब में जाऊँ
निशदिन पिया तेरा दर्शन पाऊँ,
तुही तो है मेरी पूजा तू ही है चारो धाम,
मैं तो तेरी हो गई श्याम।।