आँख में अंसुवन धार अब जग से गया मैं हार

आँख में अंसुवन धार अब जग से गया मैं हार
तू है मेरा आधार सुना तू बड़ा दयालु है
श्याम तू बड़ा दयालु है

हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा है

तेरी नज़रों में मेरी गिनती है एक ही तुझसे विनती
करूँ सेवा जीवन भर तेरा बहुत बड़ा दरबार
आँख में अंसुवन धार ………………

सारा जग है ये धोखा बस तुझपे एक भरोसा
हारे को तू जिताये तेरी बहुत बड़ी सरकार
आँख में अंसुवन धार ………………

हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा है

दुनिया ने मुझे रुलाया तब तूने दर पे बुलाया
जीवन में मेरे लिए दिया तूने ये उपहार
आँख में अंसुवन धार ………………

इस जग ने जिसे सताया बाबा पलकों पे बिठाया
पायल की नैया की ये श्याम है पतवार
आँख में अंसुवन धार ………………

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