माँ मेरी माँ
आए मेरी माँ के पावन नवराते
घर घर मे होंगे मैया के जगराते
आए मेरी माँ के पावन नवराते
दर्श बिना मुझको आए ना माँ अब चेन
मा तुमसे मिलने को तेरा लाल हुआ बेचैन
गिन गिन के गुज़रे माँ हुँने दिन रते
आए मेरी मा के पावन नवराते
जिस घर आए मा उस घर का भाग्योदय
च्चाए वहाँ खुशहाली ये कहता आज अजय
दिलबर माँ के दर से पाई है सौगाते
मैया के दर से मिली दिलबर कई सौगाते
आए मेरी माँ के पावन नवराते