अपने सब रूठे चाहे हो बदनामी

अपने सब रूठे चाहे हो बदनामी,
श्यामसुन्दर की मैंने कर ली गुलामी

अपने सब रूठे चाहे हो बदनामी,
श्यामसुन्दर की मैंने कर ली गुलामी।।

कृष्णमुरारी गिरिधारी कृष्णमुरारी गिरिधारी,
नटवर नागर गिरिधारी नटवर नागर गिरिधारी।।

रोज सुनू मैं सत्संग जा कर,
रोज सुनू मैं सत्संग जा कर,
तुझे रिझाऊ तेरा नाम गा कर,
तुझे रिझाऊ तेरा नाम गा कर ।।

कृष्णमुरारी गिरिधारी कृष्णमुरारी गिरिधारी,
नटवर नागर गिरिधारी नटवर नागर गिरिधारी।।

रोज सुनू मैं सत्संग जा कर,
रोज सुनू मैं सत्संग जा कर,
तुझे रिझाऊ तेरा नाम गा कर,
तुझे रिझाऊ तेरा नाम गा कर ।।

कोई कुछ बोले मैंने भर ली हामी,
कोई कुछ बोले मैंने भर ली हामी,
श्यामसुन्दर की मैंने कर ली गुलामी,
अपने सब रूठे चाहे हो बदनामी।।

तेरे दर पर शीश झुका कर,
तेरे दर पर शीश झुका कर,
सब कुछ पाया मैंने तुमको पा कर,
सब कुछ पाया मैंने तुमको पा कर।।

दीदार के काबिल कहा अपनी नजर है,
ये तो उनकी इनायत है कि रुख उनका इधर है।।

मुझ जैसे खोटे को तुमने कर दिया नामी,
मुझ जैसे खोटे को तुमने कर दिया नामी,
श्यामसुन्दर की मैंने कर ली गुलामी,
अपने सब रूठे चाहे हो बदनामी।।

पाप-पुण्य मैं कुछ ना जानू,
भला बुरा क्या मैं ना पहचानूं,
पाप-पुण्य मैं कुछ ना जानूँ,
भला बुरा क्या मैं ना पहचानूँ,
उन्हें क्षमा करना मुझ में हो जो खामी,
उन्हें क्षमा करना मुझे में हो जो खामी,
श्यामसुन्दर की मैंने कर ली गुलामी,
अपने सब रूठे चाहे हो बदनामी।।

अपने सब रूठे चाहे हो बदनामी,
श्यामसुन्दर की मैंने कर ली गुलामी।।

Apne Sab Roothe Chaahe Ho Badnami
Shyam Sundar Ki Maine Karli Gulaami

Singer – Acharya Shri Gaurav Krishna Goswamiji

Apne Sab Roothe Chaahe Ho Badnami
Maine Shyam Sundar Ki Karli Gulaami

Krishna Murari Banwari
Natwar Nagar Banwari
Krishna Murari Girdhari

Roj Sunu Main Satsang Jaakar
Tujhe Rijhau Tera Naam Gaakar

Krishna Murari Girdhari
Natwar Nagar Banwari
Krishna Murari Banwari

Koi Kuchh Bole Maine Bharli Haami
Chaahe Koi Kuchh Bole Maine Bharli Haami
Shyam Sundar Ki Maine Karli Gulaami

Krishna Murari Girdhari
Natwar Nagar Banwari
Krishna Murari Banwari

Apne Sab Roothe Chaahe Ho Badnami
Shyam Sundar Ki Maine Karli Gulaami

Tere Darper Sheesh Jhukakar
Sab Kuchh Paya Maine Tumko Paakar

Deedar Ke Kabil Hi Kaha Apni Nazar Hai
Ye To Unki Inayat Hai Jo Rukh Unka Idhar Hai

Mujhko Jaise Khote Ko
Tumne Kariya Naami

Shyam Sundar Ki
Maine Karli Gulaami

Krishna Murari Girdhari
Natwar Nagar Banwari

Paap Punya Main Kuchh Naa Jaanu
Bhala Bura Kya Main Naa Pahchanu

Unhe Kshama Karna
Mujhme Ho Jo Khaami

Unhe Kshama Karna
Mujhme Ho Jo Khaami

Krishna Murari Girdhari
Natwar Nagar Banwari

Apne Sab Roothe Chaahe Ho Badnami
Shyam Sundar Ki Maine Karli Gulaami

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