
भगवान तेरी महिमा क्या खूब निराली है
भगवान तेरी महिमा क्या खूब निराली है।।
एक घर में अँधेरा है एक घर में दीवाली है
एक घर में अँधेरा है एक घर में दीवाली है।।
भगवान तेरी महिमा क्या खूब निराली है
भगवान तेरी महिमा क्या खूब निराली है।।
क्या खेल रचाया है क्या अजब तमाशा है
क्या खेल रचाया है क्या अजब तमाशा है।।
ये खेल तेरा दाता कोई समझ ना पाया
ये खेल तेरा दाता कोई समझ ना पाया
भगवान तेरी महिमा क्या खूब निराली है
भगवान तेरी महिमा क्या खूब निराली है।।
सत्संग वो गंगा है इसमें जो नहाते है
पापी से पापी भी पावन हो जाते है।।
भगवान तेरी महिमा क्या खूब निराली है
भगवान तेरी महिमा क्या खूब निराली है।।
ऋषियों ने मुनियो ने इसकी महिमा गयी
ऋषियों ने मुनियो ने इसकी महिमा गयी।।
ये वेद पढ़ाते है ये वेद सुनाते है
ये वेद पढ़ाते है ये वेद सुनाते है।।
भगवान तेरी महिमा क्या खूब निराली है
भगवान तेरी महिमा क्या खूब निराली है।।