वो देखो चोर हरी मेरा मन ले गया चुरा
ब्रजे वसंतम नवनीत चोरमगो पांगना नाम,यदुकुल चौरम।अनेक जनमार्जित पाप चौरम,चौराग्य्य गण्यम पुरुस्म नमामि ।। वो देखो चोर हरी मेरा मन ले गया चुरा,दीवानी मुझे कर गया कैसे नैनो से नैना मिला,वो देखो चोर हरी मेरा मन ले गया चुरा, एक झलक तो देखि उसकी लट गुगराली नज़ारे तिर्शी,घायल मुझे कर गया,कैसे मंद मंद मुस्काये,वो देखो … Read more