बेटी ब्वारी पहाड़ूं की बेटी ब्वारी

प्रीत सी कुंगली डोर सी छिन ये,पर्वत जन कठोर भी छिन ये,हमारा पहाडू की नारी बेटी ब्वारी,बेटी ब्वारी पहाड़ूं की बेटी ब्वारीबेटी ब्वारी पहाड़ूं की बेटी ब्वारी ।। बिन्सिरी बीटी घणयूं मा लगीन,स्येनी खानी सब हरचिन,करम ही धरम काम ही पूजा,युन्कई ही पसिन्यांन हरि भरिनपुंगड़ी पटली हमारी बेटी ब्वारी,बेटी ब्वारी, पहाड़ूं की,बेटी ब्वारी पहाड़ूं की … Read more