मन मस्त हुआ रे फिर क्या बोले

मन मस्त हुआ रे फिर क्या बोले Mann Mast Hua Re Phir Kya Bole मन मस्त हुआ रे फिर क्या बोलेमन मस्त हुआ रे फिर क्या बोलेहीरा पाया बाँध गठरियाबार बार वाको क्यों खोलेमन मस्त हुआ रे फिर क्या बोलेमन मस्त हुआ रे फिर क्या बोले।। हलकी की थी जब चढ़ी तराजूहलकी की थी जब … Read more

उड़ जा हंस अकेला

उड़ जा हंस अकेला Ud Ja Hans Akela – Ek Dall Do Panchhi Re Baitha एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु न चेला,गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,उड़ जा हंस अकेला ।। माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,उड़ जा हंस अकेला ।। … Read more

संत कबीर अमृतवानी-सतगुरु हम सो रीझ कर एक कहा प्रसंग

संत कबीर अमृतवानी – देबाशीष दस गुप्ता सतगुरु हम सो रीझ करएक कहा प्रसंगबरसा बदल प्रेम काबीझ गया सब अंगकबीरा बीझ गया सब अंग।। बलिहारी गुरु आपनेदोहारी के बारजिन मनीष ते देवताकरात ना लागी बारकबीरा करात ना लागि बार।। सतगुरु की महिमा अनंतअनंत किया उपकारलोचन अनंत उभरियाअनंत दिखवान हारकबीरा अनंत दिखवान हार।। ना गुरु मिला … Read more

संत कबीर अमृत वाणी – गुरु गोविंद दोउ खड़े काके लागू पाए

संत कबीर अमृत वाणी – कबीर के दोहे Sant Kabir Amritvaani – Kabir Ke Dohe गुरु गोविंद दोउ खड़ेकाके लागू पाएबलिहारी गुरु आपनेगोविंद दियो बताएकबीरा गोविन्द दियो बताये।। गुरु गोविंद सब एक हैबाकी सब आकाआपा बीती हरी भजेतब पावे दीदारकबीरा पावेगी दीदार ।। प्रथम गुरु को वंदनादूजे आदि गणेशतीजे माते शरादेकंठ करो प्रवेशकंठ करो प्रवेश … Read more

संत कबीर अमृत बानी – कबीर दोहे

संत कबीर अमृत बानी -कबीर दोहे गुरु नारायण रूप हैगुरु ज्ञान को घाटसतगुरु वचन प्रताप सोमन के मिटे उचाट।। भूखे को कछु दीजिएयथा शक्ति जो होयेडाकू पर शीतल वचनलखो आत्मा सोएकबीरा लखो आत्मा सोए।। चिड़िया छोच भर ले गयीनदी को घटयो ना नीरदान दिए धन ना घाटेकह गये दस कबीर।। जो जल बाढ़े नाव मेंघर … Read more

संत कबीर अमृतवानी – मन के हारे हार है मन के जीते जीत

संत कबीर अमृतवानी – करबीर दोहे लिरिक्स मन के हारे हार हैमन के जीते जीतकहे कबीर गुरु पाइएमन ही के प्रतीतकबीरा मान ही के प्रतीत।। कबीरा ते नर अंध हैजो गुरु कहते औरहरी रोते गुरु और हैगुरु रूठे नही ठौरकबीरा गुरु रूठे नही ठौर ।। कबीरा आप ठगाइएऔर ना ठगिए कोएआप ठगे सुख होत हैऔर … Read more

संत कबीर अमृतवाणी – लाली मेरे लाल की जित देखूं उत लाल

संत कबीर अमृतवाणी – SANT KABIR AMRITBANI PART 2 कबीर दोहे लिरिक्स लाली मेरे लाल की, जित देखूं उत लाललाली देखन मै गयी, मैं भी हो गयी ललाम लालकबीरा मैं भी हो गयी लाल गुरु बिन ज्ञान न उपजै, गुरु बिन मिलै न मोष।गुरु बिन लखै न सत्य को, गुरु बिन मैटैं न दोष।।कबीरा गुरु … Read more

संत कबीर अमृत वाणी -संत कबीर के दोहे

संत कबीर अमृत वाणी – कबीर के दोहे गुरु गोविंद दौ खड़ेकाके लागू पाएबलिहारी गुरु आपनेगोविंद डियो बताएकबीरा गोविंद दियो बताए।। यह तन विष की बेलारीगुरु अमराट की ख़ानशीश दियो जो गुरु मिलेतो भी सस्ता ज्ञान।। सब धरती कागज करूलेखनी सब वन रायसात समुद्रा की मासी करूगुरु गुण लिखा ना जाएकबीरा गुरु गुण लिखा ना … Read more

कबीर अमृतवानी गुरु गोविंद दोउ खड़े

कबीर अमृतवानी – गुरु गोविंद दोउ खड़े Kabir Amritvani Guru Govind Dou Khade कबीर अमृतवानी – गुरु गोविंद दोउ खड़े गुरु गोविंद दोउ खड़े काके लागू पाएबलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताएकबीरा गोविंद दियो बताए यह तन विष की बेलारीगुरु अमृत की ख़ानशीश दिए जो गुरु मिलेतोभी सस्ता जान सब धरती कागज करोलेखनी सब वनराईसात … Read more