मुझको अगर तू फूल बनाता हो सँवारे मंदिर में तेरा रोज सजता ओ सँवारे
मुझको अगर तू फूल बनाता हो सँवारे मंदिर में तेरा रोज सजता ओ सँवारे Mujhko Agar Tu Phool Banata O Saaware Mandir Mein Tera Roj Sajata O Saaware मुझको अगर तू फूल बनाता हो सँवारे ,मंदिर में तेरा रोज सजता ओ सँवारे, तेरा जीकर जीकर इतर का तेरी बात इतर की,मंदिर में तेरे होती है … Read more