श्री राम दया के सागर है
आप ही पालन हार हो भक्तो के खेवन हार हो,हे रघुनन्दन सब दुख भंजन,राघव कमल उजागर है,श्री राम दया के सागर है।। हे रघुनन्दन सब दुख भंजन,राघव कमल उजागर है,भगवान दया के सागर है श्री राम दया के सागर है।। पत्थर की शिला गौतम नारी ,बन गई श्राप की मारी थी,उसे राग भई बैराग भई,फिर … Read more