रोवे क्यों भगत तू होवे क्यों अधीर
रोवे क्यों भगत तू होवे क्यों अधीरदादी से केह दे तेरी मनडे रे प्रीत।। दुःख देने वाली दुनिया दुःख के मिटा सीतेरा आँसू पोहचन ताई कौन है जो आई सीतेरा सबा प्यारा गा सी तेरे से ही दूरदादी से केह दे तेरी मन रे प्रीत।। माँ बेटा की जग में प्रीत है साँचीदुःख में है … Read more