भोले जी तुम्हारी भंग मैं पीस पीस हारी
भोले जी तुम्हारी भंगमैं पीस पीस हारीअब मान भी जाओ बातजिद छोड़ दो त्रिपुरारी।। गायक – देवेंद्र पाठक जी भोले जी तुम्हारी भंगमैं पीस पीस हारीअब मान भी जाओ बातइसे छोड़ दो त्रिपुरारी।। सच कहु कसम खाकेभंगिया की पिसाई मेंरह रह कर दर्द उठेमेरी नरम कलायी में।। प्रभु जाने ये लत भीतुम्हें कैसे लग गई … Read more