भोले गंगा जी में नहाऊ मैं
मेले की मन्ने सैर करादेभोले नाथ हरिद्वार धूमउ मैंमेला देखन जौ मैंभोले गंगा जी में नहाऊ मैं।। तीर घाडी मेरे पे भारीहो जगी चित गौरा प्यारीयू गौरा घबराउ मैंकैसे हरिद्वार घुमऊ मैं।। कावड़ियो के करके दर्शनमेरा मन भी हो जा प्रसन्नाफूली नहीं समो मैंभोले गंगा जी में नहाऊ मैं।। गौर भंग का रगड़ा ला लेकोई … Read more