भोले जी नाचे है सावन में
भोले जी नाचे है सावन में,पार्वती भी संग में नाचे,शम्भू के संग श्रृष्टि नाचे,शंकर बसे नाम रावण में,भोले जी नाचे है सावन में।। ब्रम्हा जी ब्रम्ह लोक से आये,विष्णु जी वैकुण्ठ छोड़ के आये,स्वर्ग पाताल नरक सारे ही,भोले जी कि महिमा गाये,बम बम भोले का नाद बजाकर,नंदी नाचे सावन में,भोले जी नाचे है सावन में।। … Read more