एक तू ही मेरा श्याम बिहारी
के तेरे सिवा कोई और कोई न
एक तू ही मेरा मोहन मुरारी
के तेरे सिवा कोई और कोई न
सूरज चाँद सितारे तुमसे
भागो में है बहारे तुम से
हर और हरियाली के
तेरे सिवा कोई और कोई न
एक तू ही मेरा श्याम बिहारी
के तेरे सिवा कोई और कोई न
फसी भवर मी जीवन नैया
आकर पार लगा दे कन्हियाँ
तेरे हाथ पतवार हमारी
के तेरे सिवा कोई और कोई न
एक तू ही मेरा श्याम बिहारी
के तेरे सिवा कोई और कोई न
सांसो का चलना भी तुम्ही सी
जीवन का ढलना भी तुम्ही से
नस नस में बहे तू बिहारी
के तेरे सिवा कोई और कोई न
एक तू ही मेरा श्याम बिहारी
के तेरे सिवा कोई और कोई न
अमर आकाश की लाज तुम्ही से
मन की हर इक बात तुम्ही से
अब लाज रखो वनवारी
के तेरे सिवा कोई और कोई न
एक तू ही मेरा श्याम बिहारी
के तेरे सिवा कोई और कोई न