गाड्डी रींगस ते चाल्ली

ये सारी दुनिया है दुखदायी,
ध्यान से सुनलो सारे भाई,
यहाँ अपनों का नहीं भरोसा,
कही है गड्डे कही है खायी,
एक ही नाम एक ही काम मानलो भाई,
एक ने मानलो भाई,
छोड़ के इस सागरी ने,
खाटू वाले की नगरी ने,
रे गाड्डी रींगस ते चाल्ली ।।
श्याम श्याम श्याम

खाटू वाले की नगरी में,
काहे का न घाटा,
सारी चिंता ने करलो,
तुम बाय बाय टा टा,
एक बार आके देखलो जाके,
यो मेरी बात है साची ।।

छोड़ के इस सागरी ने,
खाटू वाले की नगरी ने,
रे गाड्डी रींगस ते चाल्ली,
श्याम श्याम श्याम,
श्याम श्याम श्याम ।।

बिन बोले सुनलेता है,
देखो खाटू वाला बाबा,
एक बार तू बाबा ते,
बस जोड़ ले जाके नाता,
भूल जा दुःख ने,
पहुंच जा सुख में,
यो मेरी बात है साची ।।

छोड़ के इस सागरी ने,
खाटू वाले की नगरी ने,
रे गाड्डी रींगस ते चाल्ली,
श्याम श्याम श्याम,
श्याम श्याम श्याम ।।

हींग लगे न कोई फ़िकरि ने,
रंग भी आवे चोखा,
खाटू वाले की नगरी ने,
मिले कड़े न धोखा,
ललित के साथ मिला लो हाथ,
यो मेरी बात है साँची ।।

छोड़ के इस सागरी ने,
खाटू वाले की नगरी ने,
रे गाड्डी रींगस ते चाल्ली,
श्याम श्याम श्याम,
श्याम श्याम श्याम ।।

ये सारी दुनिया है दुखदायी,
ध्यान से सुनलो सारे भाई,
यहाँ अपनों का नहीं भरोसा,
कही है गड्डे कही है खायी,
एक ही नाम एक ही काम मानलो भाई,
एक ने मानलो भाई,
छोड़ के इस सागरी ने,
खाटू वाले की नगरी ने,
रे गाड्डी रींगस ते चाल्ली,
श्याम श्याम श्याम ।।

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