रस्ते में मैं बैठा हूँ मैं पलके बिछा
घर मेरे आना मेरी शेरावाली माँ
चन्दन वाली चोंकी पे मैं फूल बिछाऊगा
मेरी भोली मैया तुम को पलको पे बिठाऊगा
सुने गुलशन को मेरे आके मेहका
घर मेरे आना मेरी शेरावाली माँ
ध्वजा नारियल चुनी भेटे मैं चडाऊगा
दुनिया भुला के बस तेरा हो जाउगा
चरणों में दूंगा तेरे जिन्दगी लुटा
घर मेरे आना मेरी शेरावाली माँ
संगी साथी रिश्ते दार सब को बुलाऊगा
पुरे परिवार से माँ तुम्हे मिल वाऊगा
जल्दी जल्दी आके मुझे अपना बना
घर मेरे आना मेरी शेरावाली माँ
मिलेगी जो ख़ुशी दाती कैसे मैं चुकाऊगा
झूम झूम नाचू गा मैं तेरी भेटे गाऊगा
बत्रा ये नादान बैठा सपने सजा
घर मेरे आना मेरी शेरावाली माँ