हे सुदर्शन धारी तेरी हो रही जय जयकार

हे सुदर्शन धारी तेरी हो रही जय जयकार,
हे सुदर्शन धारी तेरी हो रही जय जयकार,
हो रही जय जयकार तुम्हारी हो रही जय जयकार,
हे सुदर्शन धारी तेरी हो रही जय जयकार।।

हाथ में बंसी गले में माला मन को मोहे रूप निराला,
रंग में तेरे डूब के देखो नाच रही है ब्रिज की बाला,
तेरा रंग है रे करा तूने ऐसा जादू डाला,
तेरा रंग है रे करा तूने ऐसा जादू डाला,
तुम हो सबके हितकारी तेरी हो रही जय जय जयकार ,
हे सुदर्शन धारी तेरी हो रही जय जयकार।।

बरसाने में खेलने होली आयी है भक्तो की टोली,
आयी है भक्तो की टोली लाज शर्म सब छोड़ के खेलो,
जैसी मीरा प्रेम में बोली बिना रंग के ना छूटे कोई मन चाहे रूठे,
मारो तुम भर भर पिचकारी तेरी हो रही जय जय जयकार,
हे सुदर्शन धारी तेरी हो रही जय जयकार।।

छोड़ सब दुनिया के झमेले,
बन जाओ तुम श्याम के चेले,
विजय राज भी साथ चलेंगे,
गुलशन क्यो जाते हो अकेला,
ऐसा सुर तो लगाना तुम श्याम को रिझाना,
ऐसा सुर तो लगाना तुम श्याम को रिझाना,
झूमे नाचे दुनिया सारी तेरी हो रही जय जयकार,
हे सुदर्शन धारी तेरी हो रही जय जयकार,
हे सुदर्शन धारी तेरी हो रही जय जयकार।।

हे सुदर्शन धारी तेरी हो रही जय जयकार,
हे सुदर्शन धारी तेरी हो रही जय जयकार,
हो रही जय जयकार तुम्हारी हो रही जय जयकार,
हे सुदर्शन धारी तेरी हो रही जय जयकार।।

Leave a Comment