हे सूर्य नारायण ये विनती हमारी
सदा खुश रहे बस तुम्हारे पुजारी
जो चलती है सांसे ये तेरा कर्म है
तुम्हारे बिना स्वामी दुनिया भ्रम है
असंमब जगत में है जीवन तेरे बिन
याहा के सभी प्राणी तेरे आभारी
हे सूर्य नारायण ये विनती हमारी
सदा खुश रहे बस तुम्हारे पुजारी
सतरंगी किरने है जैसे हो सरगम
जो करती उजाला मिटा देती है दम
झुकती है नजरे सभी तेरे आगे
तेरी सात अश्रु की अद्भुत सवारी
हे सूर्य नारायण ये विनती हमारी
सदा खुश रहे बस तुम्हारे पुजारी