जय जय जय औघड़ दानी
जय जय जय भोला दानी
जब मौज में भोला आये
डमरू हो मगन बजाये
अरे खोले जताये छाये घटाए
बदरा बरसे झम झम
बोले रे बोले भोले बम बम
जब मौज में भोला आये
चलो के टोले ले संग भोले
नाचे रे मगन मसाने में
भांग की तरंग में
अपने ही रंग में
मेला लागले वीराने में
धरती आकाश हिलाये
नंदी जब नाद सुनाये रे
कैलाश घूमे रे संसार झूमे रे
बाजे नगाड़े धम धम
बोले रे भोले बम बम
जय जय जय औघड़ दानी
जय जय जय भोला दानी
जब मौज में भोला आये
डमरू हो मगन बजाये
ना कोई रोके रे न कोई तोके रे
बम लेहरी बम बम लेहरी
क्या किस को देना है
क्या किस से लेना
शिव जाने बाते गहरी
शिव लीला समझ ना आये
नित नए ये खेल रचाये
शिव ही रचाये
शिव ही सुनाये साँसों की ये सरगम
बोले रे बोले भोले बम बम