
बाजरे की रोटी साग लस्सी हो गिलास में
सांवरिया आजा खाटू छोड़ मौज की तलाश में
के मोतीचूर भूल जावेगो मोटा सेठ भूल जावेगो
खाके मेरे हाथ की देसी रोटी
सांवरिया देखो मोटो ताज़ो भूल जावेगो।।
राबड़ी पियों थारे ठंडी माथ में
खावे कड़ी और सांगरी आजावे ठाठ रे
चुवाडो में हो थोड़े घीवादो भी ज्यादा
सांवरिया बस रास झूल जावेगो
खाके मेरे हाथ की देसी रोटी
सांवरिया देखो मोटो ताज़ो भूल जावेगो।।
बाजरे की रोटी साग लस्सी हो गिलास में
सांवरिया आजा खाटू छोड़ मौज की तलाश में
के मोतीचूर भूल जावेगो मोटा सेठ भूल जावेगो
खाके मेरे हाथ की देसी रोटी
सांवरिया देखो मोटो ताज़ो फूल जावेगो।।