खाटू के राजा शीश के दानी बाबा श्याम

सुनलो मेरी सांवरे इतनी सी फ़रियाद
हार के आया दार पर थाम लो मेरा हाथ

खाटू के राजा शीश के दानी बाबा श्याम
लखदातार लीले सवार
तेरी जैकार लगावां तेरा गुणगान मैं गावा
खाटू के राजा ……………….

दुनिया की ठोकरों मैं था हारा
बिगड़ा मुकद्दर बाबा तूने संवारा
हारे का सहारा एक तू ही है बाबा श्याम
लखदातार लीले सवार
तेरी जैकार लगावां तेरा गुणगान मैं गावा
खाटू के राजा ……………….

तुमको ही ध्याऊँ बाबा तुमको रिझाऊं
जब मैं रिझाऊं तुमको सामने ही पाऊं
बांह पकड़ लो राह दिखाओ बाबा श्याम
लखदातार लीले सवार
तेरी जैकार लगावां तेरा गुणगान मैं गावा
खाटू के राजा ……………….

महिमा तुम्हारी बाबा सबसे निराली
कोई गया ना तेरे दर से खाली
मेरी भी बिगड़ी तुम ही बनाओ बाबा श्याम
लखदातार लीले सवार
तेरी जैकार लगावां तेरा गुणगान मैं गावा
खाटू के राजा ……………….

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