खुद को न समझो बेसहारा जब साईं ने पकड़ा हाथ है

जय साई राम जय जय साई राम
छोड़ दो सारी चिंताए
जब साईं तुम्हारे साथ है
खुद को न समझो बेसहारा
जब साईं ने पकड़ा हाथ है।।

जय साई राम जय जय साई राम
जय साई राम जय जय साई राम

लाखो को तारा साईं ने
वो सब का तारण हार है,
देकर सुख वो लेता सुख है
ऐसा पालनहार है
तर जाओगे भव सागर
से खावैयाँ साईं नाथ,
खुद को न समझो बेसहारा
जब साईं ने पकड़ा हाथ है।।

मन मन्दिर में सिमरु साईं
साईं को तुम पाओगे,
जीवन होगा हरपल रोशन
साईं भजन जब गाओगे,
पूरी होंगी मन की मुरादे
ये साईं सोगात है
खुद को न समजो बेसहारा
जब साईं ने पकड़ा हाथ है।।

साईं नाम का अमृत पी कर
जीवन स्वर्ग बना लो तुम
मेहके जिस से घर आँगन
वो साईं की खुशबु पा लो तुम
भगतो के खातिर दोड़े आते
ये साईं का प्यार है
खुद को न समझो बेसहारा
जब साईं ने पकड़ा हाथ है।।

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