
मैं हारा नहीं हूँ वक्त से कन्हैया,
तेरी कृपा से अभी भी हूँ जिन्दा,
की आएगा एक दिन देखेगी दुनिया,
जब मैं उडूंगा बनके परिंदा,
मैं हारा नही हूँ वक्त से कन्हैया,
तेरी कृपा से अभी भी हूँ जिन्दा।।
जाने अनजाने में गलतियां हुई है,
गलतियों की माफ़ी मैं चाहता हूँ,
तुम हो हमारे हम है तुम्हारे,
हम है प्रभु जी तुम्हारे सहारे,
मैं हारा नही हूँ वक्त से कन्हैया,
तेरी कृपा से अभी भी हूँ जिन्दा।।
मुझे भी तो तारो मेरे कन्हैया,
कितनो को तारा बनके खिवैया,
मेरी ये नैया तेरे हवाले,
इसको चला दे ओ खाटू वाले,
मैं हारा नही हूँ वक्त से कन्हैया,
तेरी कृपा से अभी भी हूँ जिन्दा।।