मेरे बाबा श्याम को बुलाकर तो देख
उनको अपने हाथों से सजा कर तो देख
मेरे बाबा श्याम को
क्या गलती हुई थी मेरी जो तुम मुझसे दूर गए
माफ़ी मांगता हूँ मैं बाबा जो तुम मुझसे रूठ गए
तेरे चरणों में ही रखना बाबा मुझको दिन रात
मेरे बाबा श्याम को
मन में यही है इच्छा मेरे तेरी सेवर रोज़ करूँ
जन्मो जनम का रहे ये रिश्ता बाब से अरदास करूँ
मेरे सर पर यूँ ही रखना बाबा तुम अपने हाथ
मेरे बाबा श्याम को
जो तुम बाबा ना आओगे दिल ये मेरा टूटेगा
जो तुम घर आ जाओगे तो मनवा मेरा झूमेगा
ऋषि कहता है सांवरिया तेरा बहुत बड़ा उपकार
मेरे बाबा श्याम को