
मेरे राम जी तू प्रभ अन्तर्यामी
Mere Ramji Tu Prabh Anteryami
मेरे राम जी तू प्रभ अन्तर्यामी,
कर कृपा गुरुदेव दयाला,
गुण गावां निरत स्वामी,
मेरे राम जी तू प्रभ अन्तर्यामी ।।
सगल ते आग गुरु शरणी आया,
राखो राखण हारे,
सगल ते आग गुरु शरणी आया,
राखो राखण हारे,
जित तू लावे उत हम लागें,
क्या ये जन्त बीचारे,
मेरे राम जी तू प्रभ अन्तर्यामी ।।
आठ प्रहर प्रभ ध्याइये,
गुर प्रसाद को तरिये,
आपे आग बुझे रैना,
जीवतियाँ क्यों मारिये,
मेरे राम जी तू प्रभ अन्तर्यामी ।।
सफ़ल जनम जिसका जग भीतर,
साध संग ना जापे,
सगल मनोरथ इसपे पूरण,
जिस दया करे प्रभु आपे,
मेरे राम जी तू प्रभ अन्तर्यामी ।।
दीन दयाल कृपालू प्रभ स्वामी,
तेरी शरण दयाला,
शरण दयाला, शरण दयाला,
दीन दयाल कृपालू प्रभ स्वामी,
तेरी शरण दयाला,
कर कृपा अपना नाम दीजे,
नानक साध रखवाला,
मेरे राम जी तू प्रभ अन्तर्यामी ।।
इन सबद कीर्तन को भी सुने –
- सब राजन के राजा तुम हो सब राजन के राजा
- वाह वाह गोविंद सिंह आपे गुरु चेला
- देह शिवा बर मोहे ईहे शुभ कर्मन ते कभुं न टरूं
- झिम झिम बरसे अमृत धार गुरु नानक ने लिया अवतार
- जो मांगे ठाकुर अपने ते सोइ सोइ देवे
- माधो हम ऐसे तू ऐसा
- तुम शरणाई आया ठाकुर
- राम जपो जी ऐसे ऐसे ध्रुव प्रहलाद जापयो हरी जैसे
- स्वांसा दी माला नाल सिमराँ मैं तेरा नाम
- इक ओंकार सतनाम
- कोई बोले राम राम कोई खुदाए