महासे चाकरी करा ले जइया चाहे आजमा ले
जा तो मन को काम करा जा फिर दरबानी करवा ले
मैं तो सगलो ही हुकम बजावागा
थारे कालजे कोर बन जावागा
जद भी कोई काम उड़ासी झट सु बाबा करसा
चोकठ पर हाजिर रेह्सा पलक जपकते करसा
थारे चरना की सीमा में रम जावागा
मैं तो सगलो ही हुकम बजावागा
थारे कालजे कोर बन जावागा
इतनी सेवा कर सा बाबा जी थारो हरषासी
टुकर टुकर देखा थारे कानी कद तो गले लगा सी
थारी अखा का नूर बन जावागा
मैं तो सगलो ही हुकम बजावागा
थारे कालजे कोर बन जावागा
घना बातुनी हां म्हारा बाबा बाता से थाना रिजासा
सोना सोना भजन बना संजय में तान सुनाशा
थारे चाकरा में पेहला नंबर पावागा
मैं तो सगलो ही हुकम बजावागा
थारे कालजे कोर बन जावागा