
मुझे परवाह नहीं बाबा ज़मान क्या ये बोलेगा
अपने दिल के तराज़ू में तू ही मेरे भाव तोलेगा
हर कदम पे साथ है जब सांवरा
रंग दुनिया के सभी बेकार है
ज़िन्दगी जब है भरोसे श्याम के
कैसी भी हो नाव भव से पार है
मुझे परवाह नहीं बाबा ज़मान क्या ये बोलेगा
अपने दिल के तराज़ू में तू ही मेरे भाव तोलेगा
बरस रही तेरी कृपा की धार है
रंग दुनिया के सभी बेकार है
ज़िन्दगी जब है भरोसे श्याम के
कैसी भी हो नाव भव से पार है
कदम जब लड़खड़ाए थे श्याम तेरा सहारा था
तूने तक़दीर है बदली मैं तो किस्मत का मारा था
दास पर बाबा तेरा उपकार है
रंग दुनिया के सभी बेकार है
ज़िन्दगी जब है भरोसे श्याम के
कैसी भी हो नाव भव से पार है
मैं चिंता क्यों करूँ बाबा तेरी छाया में रहता है
नहीं कोई श्याम जैसा सोनी दुनिया से कहता हूँ
स्वर्ग से सुन्दर तेरा दरबार है
रंग दुनिया के सभी बेकार है
ज़िन्दगी जब है भरोसे श्याम के
कैसी भी हो नाव भव से पार है