नैना खुले तो तेरा दर्शन हो,
होठ हिले तो तेरा कीर्तन हो,
याद रखु तेरे नाम को गुरूजी,
मन भटके तो तेरा सुमिरन हो
सांसो में है वास तुम्हरा
हर पल है एहसास तुम्हारा,
मन के अंदर मन के बाहर
आप मेरे संग हर्षण हो,
नैना खुले तो तेरा दर्शन हो
सत्य असतय का भेद बताया
ज्ञान का ऐसा दीप जलाया,
जो पथ दिखला या है मुझको
उसपर चलने को प्रण हो,
नैना खुले तो तेरा दर्शन हो
हर पल इक नाइ आशा जगा दे,
जीवन की हर वाधा मिटा दे,
देना आशीर्वाद यही
अब चरणों में तेरे जीवन हो,
नैना खुले तो तेरा दर्शन हो,
Naina Khule To Tera Darshan Ho
Hoth Hile To Tera Kirtan Ho
Yaad Rakhu Tere Naam Ko Guruji
Man Bhatke To Tera Sumiran Ho
Sanso Mein Hai Vaas Tumhara
Har Pal Hai Ehasas Tumhara
Man Ke Andar Man Ke Bahar
Aap Mere Sang Harshan Ho
Naina Khule To Tera Darshan Ho
Satye Asataye Ka Bhed Bataya
Gyan Ka Aisa Dip Jalaya
Jo Path Dikhlaya Hai
Mujhko Uspar Chalne Ko Pran Ho
Naina Khule To Tera Darshan Ho
Har Pal Ek Nai Asha Jaga De
Jeevan Ki Har Vadha Mita De
Dena Ashirvad Yahi Ab Charanon
Mein Tere Jeevan Ho
Naina Khule To Tera Darshan Ho