ओ भोले नाथ ओ शम्भू नाथ

ओ भोले नाथ ओ शम्भू नाथ
मैं तेरे दर पे आ गया अब सम्भालो मुझे
ओ भोले नाथ ओ शम्भू नाथ

रहे पत्थरो में पत्थर दिल होकर
मरजाउ न मैं रो रो के
तुमने ये सुन्दर जगत बनाया है
लेकिन ये मुझको रास न आया है
ओ भोले नाथ ओ शम्भू नाथ

तुमने दिया जीवन तुमपे चढ़ा दूंगा
मैं तेरे चरणों में लहू बहा दूंगा
आके बिसरिया की लाज बचा भोले
आके अविनाश की लाज बचा भोले
ओ भोले नाथ ओ शम्भू नाथ

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