
सारो संसार दुःखी है सुखी कौन है सुनो
Saro Sansaar Dukhi Hai Sukhi Kaun Kaun Hai Suno
सारो संसार दुःखी है सुखी कौन है सुनो
कोई तन दुखी कोई मन दुखी
कोई धन बिना फायर उदास
थोड़ा थोड़ा सब दुखी
भाई सुखी राम का दास।।
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
जनम लियो रे सब दुखिया ऐ लोग
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है।।
ब्रह्मा भी दुखिया अवधू विष्णु भी दुखिया है
दुखिया है शिव अवतारी हे लोग
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है।।
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
जनम लियो रे सब दुखिया ऐ लोग
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है।।
रामा भी दुखिया अवधू लक्ष्मण भी दुखिया है
जनक दुलारी भी अवधू दुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
जनम लियो रे सब दुखिया ऐ लोग
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है।।
धरती भी दुखिया अवधू एम्बर भी दुखिया है
दुखिया है पवन ऐ पानी ऐ लोग
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
जनम लियो रे सब दुखिया ऐ लोग
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है।।
राजा भी दुखिया अवधू प्रजा भी दुखिया है
दुखिया है सकल से सारी
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
जनम लियो रे सब दुखिया ऐ लोग
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है।।
शरणे में चंद्र जाती गोरख बोले है
राम भजे सोहे सुखिया है लोग
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है
तन धारी जग में अवधू कोई नहीं सुखिया है।।
सिंगर – सुनीता स्वामीजी
Saro Sansaar Dukhi Hai Sukhi Kaun Kaun Hai Suno
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