साई की धुन मुझे साई की धुन है

साई की धुन मुझे साई की धुन है,
बाबा पसंद है मुझे बाबा पसंद है,
किसी के कान में हीरा,
किसी के हाथ में हीरा,
मुझे हीरे से क्या लेना,
मेरा तो साई है हीरा।।

साई की धुन मुझे साई की धुन है,
बाबा पसंद है मुझे बाबा पसंद है।।

ताज अधूरा रहता है ,
उसको तो हीरा सजता है,
जिसपे कोई मुसीबत आये,
साई उसको बचता है,
मुझे दुनिया ने ठुकराया,
मुझे साई से मतलब है,
मेरा तो साई है हीरा ।।

साई की धुन मुझे साई की धुन है
बाबा पसंद है मुझे बाबा पसंद है।।

दिल का रिश्ता बनता है,
ऊँगली में अंगूठी पहनो तो,
जिसमे प्यार नहीं होता है,
तुम छोड़ दो ऐसे गहनों को,
मेरा तो प्यार है साई,
मेरा श्रृंगार है साई,
मुझे जुगनू से क्या लेना,
मेरा तो साई है हीरा।।

साई की धुन मुझे साई की धुन है
बाबा पसंद है मुझे बाबा पसंद है।।

शिरडी वाले साई नाथ का,
सारा जग ही दीवाना है ,
सारा जग ही दीवाना है ,
उसकी दया से कम नहीं होता,
ये तो ऐसा खजाना है,
सितारे रोशनी मांगे ,
नज़ारे चांदनी मांगे,
मुझे जलवो से क्या लेना,
मेरा तो साई है हीरा।।

साई की धुन मुझे साई की धुन है
बाबा पसंद है मुझे बाबा पसंद है।।

Sai Ki Dhun Mujhe Sai Ki Dhun Hai
Sai Pasand Mujhe Sai Pasand Hai

साई की धुन मुझे साई की धुन है,
बाबा पसंद है मुझे बाबा पसंद है।।

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