साँवरिया मन्ने चाकर रख लो अपने द्वार का
हुकुम बजाऊँ मे सरकार का
साँवरिया मन्ने चाकर रख लो अपने द्वार का
गंगा जल स्नान कराऊ
केसर चंदन तिलक लगाऊ
बागा पहनाऊ रेशमदार का
साँवरिया मन्ने चाकर रखलो
बाग बाग से कलिया लाऊ
नित नित बाबा तुझे सजाऊ
माला पहनाऊ मोतीनहार का
साँवरिया मन्ने चाकर रखलो
खीर चुरमो भोग लगाऊ
प्रेम भाव से तुम्हें जिमाऊ
चंवर ढुराऊ मे सरकार का
साँवरिया मन्ने चाकर रखलो
अपना चाकर जान के बाबा
मुझको अपना मान के बाबा
मोती बनालें अपने हार का
साँवरिया मन्ने चाकर रखलो