सर्व सुख दायिनी मैया वरदायनी
हे माँ नारायणी तुहि जगतारानी।।
हे भवानी सदा हमपे राखना कृपा
तेरे चरणों से करना ना हमको जुदा।।
सर्व सुख दायिनी मैया वरदायनी
हे माँ नारायणी तुहि जगतारानी।।
रूप मनमोहन मुख है चन्द्रमा
तेरे आँचल में ममता का सागर घाना।।
सर्व सुख दायिनी मैया वरदायनी
हे माँ नारायणी तुहि जगतारानी ।।
तू सुहागन के सर हाथ रखदे आगर
सुहागन का सिंदूर होता अमर।।
सर्व सुख दायिनी मैया वरदायनी
हे माँ नारायणी तुहि जगतारानी।।