नैना मेरे नीर बहाए आ भी जा अब साँवरिया
नैना मेरे नीर बहाए आ भी जा अब साँवरियासंवारे ओ गिरधारी सताए याद तुम्हारीतुम बिन सूनी लागे है ब्रज की गलिया सारी।। मान मोहन इस दिल को तुम बिन कुछ भी भाए नातेरी जुदाई से नही पाऔ आ भी जा ओ साँवरिया।। भुलाउं कैसी यादे श्याम यमुना के तट कीतेरा वो माखन खाना चीन के … Read more