आ शाम के संग में चलें प्यारे बरसाने में

आ शाम के संग में चलें प्यारे बरसाने मेंयूं कहें हम ब्रज की बातें अपनी आवाजों में।। कान्हा मिलना और बिछड़ना इस जीवन की रीत रहीजितने रूप बदले मन में लेकिन प्रीत रहीराधा रानी बताएंगे, राधा रानी बताएंगे अपने अंदाज मेंआज शाम के संग चले प्यारे बरसाने में।। हमने सुना है बरसाने में आज भी … Read more