सेठ निराला है क्या कहना बाबा श्याम का

सेठ निराला है क्या कहना बाबा श्याम का,दरबार ये निराला है मेरे खाटू वाले श्याम का।। तू तो ग्यारस को जाना दुखड़े अपने सुनाना,इक अर्जी लगाना इक वारी,तेरी बिगड़ी बनाये गले अपने लगाएतेरे दुखड़े मिटाये श्याम बिहारी,मुझे इसने ही सम्बला है,क्या कहना बाबा श्याम का सेठ निराला है।। इसको जिसने पुकारा दिया उसको सहारा,किया उसको … Read more