अनुपम माधुरी जोड़ी हमारे श्याम श्यामा की
अनुपम माधुरी जोड़ी, हमारे श्याम श्यामा की,रसीली मद भरी मस्ती, हमारे श्याम श्यामा की।। कटीली भौंह, अदा बाँकी, सुघड़ सूरत, मधुर बतिया,लटक गरदन की मन बसिया, हमारे श्याम श्यामा की।। परस्पर मिलके जब विहरें, श्री वृन्दाावन के कुँजन में,नहीं वर्णत बने शोभा, हमारे श्याम श्यामा की।। मुकुट और चंद्रिका माथे, अधर पर पान की लाली,अहो … Read more