दीन बंधू दीनानाथ मोरी सुध लीजिये

दीन बंधू दीनानाथ मोरी सुध लीजियेदीनो के दयालु दाता मोपे दया कीजिये।। भाई नहीं बन्धु नाही कुटुंब कबीलों नाहीऐसो कोई मित्र नाही जासे कछु लीजियेदीन बंधू दीनानाथ।। खेती नहीं बाडी नाही बिणज व्यापार नहींऐसो कोई सेठ नहीं जासे कछु लीजियेदीन बंधू दीनानाथ।। सोने को सुवइयो नाही रुपे को रुप्यो नाहीकोड़ी में तो पास नाही कहो … Read more