जय जय भैरवि असुर भयाउनि पशुपति भामिनी माया
जय जय भैरवि असुर भयाउनि,जय जय भैरवि असुर भयाउनि,पशुपति भामिनी माया,सहज सुमति वर दियउ गोसाउनि,सहज सुमति वर दियउ गोसाउनि,अनुगति गति तुअ पायाजय जय भैरवि असुर भयाउनि।। वासर रैन सबासन शोभित,वासर रैन सबासन शोभित,चरण चन्द्रमणि चूड़ा,कतओक दैत्य मारि मुख मेलल,कतओक दैत्य मारि मुख मेलल,कतओ उगिलि कएल कूड़ाजय जय भैरवि असुर भयाउनि।। सामर बरन नयन अनुरंजित,सामर बरन … Read more