गजानन चरण कमल रज दीजे

गजानन चरण कमल रज दीजेगजानन चरण कमल रज दीजे।। तुमरी कृपा मिळत अविनाशीभव बंधन कट जासीजग में नहीं है सहारा जिनकोउनको सहारा दीजेगजानन चरण कमल रज दीजे।। यह संसार माया की मूरतपग पग तम उदघाटीकोय नहीं है जग में तुमसमपार उतारन हारीगजानन चरण कमल रज दीजेकृपा करो हे गजानन मुझ परविद्यारस भर दीजेगजानन चरण कमल … Read more