गणेश जी के दोहे – विघ्न हरण गण नाथजी कृपा करो महाराज
गणेश जी के दोहेविघन हरण गण नाथजीकृपा करो महाराजसुख संपत्ति देजिएरखियो मेरी लाज।। नाना वर्ण सुदेश हैमुख प्रसन्ना शशि भाललंबोदर भुज चार हैनेत्र तीन रंग लाल।। मदन दहन के पुत्र कोसुमिरु बरम बारविघन कटैये संकट मितायेमंगल होए अपार।। विघन हरण गण नाथ जीकृपा करो महाराजसुख संपति देवो प्रभुरखियो मेरी लाज।। नाना वर्ण सुदेश हैमुख प्रसन्न … Read more