घनश्याम तुझे ढूंढने जाएं कहाँ कहाँ
घनश्याम तुझे ढूंढने जाएं कहाँ कहाँ ,अपने विरह की याद दिलाएं कहाँ कहाँ .तेरे नजर में जुल्फ में मुस्कान मधुर में ,उलझन है सबमें दिल तो छुड़ाए कहाँ कहाँ ,घनश्याम तुझे ढूंढने जाएं कहाँ कहाँ।। चरणों की खाक सारों में खुद खाक बन गए,अब खाक पे हम खाक रमाये कहाँ कहाँ ,घनश्याम तुझे ढूंढने जाएं … Read more