नैना खुले तो तेरा दर्शन हो होठ हिले तो तेरा कीर्तन हो

नैना खुले तो तेरा दर्शन हो,होठ हिले तो तेरा कीर्तन हो,याद रखु तेरे नाम को गुरूजी,मन भटके तो तेरा सुमिरन हो सांसो में है वास तुम्हराहर पल है एहसास तुम्हारा,मन के अंदर मन के बाहरआप मेरे संग हर्षण हो,नैना खुले तो तेरा दर्शन हो सत्य असतय का भेद बतायाज्ञान का ऐसा दीप जलाया,जो पथ दिखला … Read more