हे शिव शंकर त्रिपुरारी तुम सबसे बड़े भंडारी

हे शिव शंकर त्रिपुरारीतुम सबसे बड़े भंडारीदो दान मुझे करुणा कामैं आया शरण तुम्हारी ।। हे शिव शंकर त्रिपुरारीतुम सब से बड़े त्रिपुरारी।। हे शिव शंकर त्रिपुरारीतुम सबसे बड़े भंडारी।। दो दान मुझे करुणा कामैं आया शरण तुम्हारी।। हे तीनो लोक के स्वामीतेरा पार ना कोई ना पायातुम हो प्रभु आंतेर यामीहै अद्धभुत तेरी मायाघाट … Read more