ओ रास बिहारी मैं जाऊ बलहारी
ओ रास बिहारी मैं जाऊ बलहारी,देखा तो बस देखती रह गई बड़ी सुंदर छवि ये प्यारी,ओ रास बिहारी मैं जाऊ बलहारी।। मन अटका तेरी लटकन पे मोर मुकट पे मर गई मैं,तेरे काले नैनो के सागर में श्याम उतर गई मैं,पार जिगर के हो गई कान्हा तेरी तिरछे नैन कटारी,ओ रास बिहारी मैं जाऊ बलहारी।। … Read more