जन्मो से भटकी हुई नाव को आज किनारा मिल गया
जन्मो से भटकी हुई नाव कोआज किनारा मिल गयाराम मेरे मुझ पापी को भीतेरा सहारा मिल गयाजन्मो से भटकी हुई नाव कोआज किनारा मिल गया उलझा हुआ था मैं माया के जंगल मेंतुम ने बचाया मुझे तुम ने बचाया मुझेश्रद्धा सबुरी का वरदान देकर जीना सिखाया मुझेजीना सिखाया मुझेतेरी कृपा से गंगा के जल मेंपानी … Read more